अमित कुमार बिजनौरी
सेवा धर्म मानवता कर्म किरदार हो ।
हर किसी के लिए दिल में प्यार हो ।।
तन की दूरी ठीक है जिंदगी के लिए
मन की दूरी ठीक नहीं ताजगी के लिए
चाहे बिषम स्थिति मगर एतबार हो
हर किसी के लिए दिल में प्यार हो ।।
दीन हीन का दिल , ना कभी दुखाईए
भूखे को रोटी प्यासे को पानी पिलाईए
सेवा धर्म जीवन का यही आधार हो
हर किसी के लिए.....
सेवा में ही हित छिपा सर्व समाज का
सेवा में मिलता सुर जीवन के साज का
सेवा धर्म "अमित" जीवन में सत्कार हो
हर किसी के लिए........
@अमित कुमार बिजनौरी
स्योहारा बिजनौर
उत्तर प्रदेश
भारत