श्वेता शर्मा
समर्पण प्रेम और विश्वास का
समर्पण त्याग और अपनत्व का
समर्पण अधिकार और आस का
फिर चाहे रिश्ता कोई भी हो
वो समर्पण माँगता है
पति पत्नी का नाजुक रिश्ता
टिका होता है
प्रेम, विश्वास,त्याग , अपनत्व
और समर्पण पर
भाई बहन का प्यारा रिश्ता
नोक झोंक से भरा ये रिश्ता
टिका होता है
प्रेम, विश्वास, त्याग ,अपनत्व
और समर्पण पर
गुरु शिष्य के सम्मान का रिश्ता
गुरु के प्रति आदर का रिश्ता
टिका होता है
प्रेम विश्वास ,त्याग ,अपनत्व
और समर्पण पर
माता पिता और बच्चों का रिश्ता
बच्चों के प्रति कर्तव्य का रिश्ता
टिका होता है
प्रेम , विश्वास , त्याग,अपनत्व
और समर्पण पर
हर रिश्ते की मर्यादा है
हर रिश्तों में प्रेम है
हर रिश्तों में विश्वास है
यही समर्पण का खेल है
श्वेता शर्मा
रायपुर छत्तीसगढ़
स्वरचित