लता नायर
कोटि - कोटि है नमन,
डाक्टर नर्स सुरक्षा कर्मी को,
अपनी जान की बाजी,
लगाकर आज तुम,
बन गये हमारे भगवान!
रोज रोड़ पे जो पहरा देते,
खाकी वालों को है नमन,
जो खुद सडकों पर रहकर,
हमें सुरक्षित घरों पे रखने का,
क्या खूब किया हमपे जतन!
ना करना उनका अपमान,
जिन्होने दिया हमें जीवनदान,
इक आवाज में भागा चला,
आता है तड़पते हुए,
हमें मंजिल तक पंहुचाता है,
उस उदार ह्रदय एंबुलेंस,
वालों को भी इक सलाम तो,
बनता है,सलाम तो बनता है।
लता नायर
,वरिष्ठ कवयित्री
शिक्षिका
सरगुजा- छ०ग०