आलिया खान
मन के कागज पर नाम तेरा लिख दूँगी l
दिल क्या रूह को भी तेरे नाम कर दूँगी ll
जो बिखर गए थे एहसास उन को तेरे साथ जी लुंगी l
सासों की माला पे पिया तेरा सिमरन मे भी कर लुंगी ll
आँखो मे बसा कर तेरी मनमोहिनी मूरत को बंद मे कर लुंगी l
तुझे मोहब्बत की बेड़ियों मे आज मै भी जकड़ लुंगी ll
तेरा मेरा साथ यही तक नहीं ये तो अनंत से अंनत तक का है l
आये कैसी भी बिरहा मै तो मन को अपने तेरे ही रंग मै रंग लुंगी ll
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