इस अवसर पर अकादमिक काउंसलर,इग्नू, विशेषज्ञ केंद्रीय हिंदी निदेशालय, उच्चतर शिक्षा विभाग शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की डॉ विदुषी शर्मा ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय काव्य संकलन में देश विदेश के लगभग 139 बड़े शोधकर्ताओं / रचनाकारों ने भाग लिया और सभी ने ऐसे खिलाड़ियों पर शोध किया जिन्होंने विभिन्न खेलों में भारत का नाम रोशन किया। परंतु दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि आज हमारा समाज वैसे खिलाड़ियों को सही से पहचानता तक नहीं है। डॉ विदुषी शर्मा ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सभी लेखकों ने अपने द्वारा चयनित खिलाड़ियों पर 20 से 25 पंक्तियों की कविता में ही उनके जीवन का सार प्रस्तुत किया जो अपने आप में बहुत ही प्रेरणादायक है। उन्होंने संजू की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एक मात्र लेखिका हैं जिन्होंने ऐथलीट विकास गौड़ा के बारे में लिखा है।
ज्ञात हो कि यह काव्य संकलन पूरी तरह से खेल पर आधारित है। संस्था ने यह दावा किया है कि जल्द ही यह पुस्तक के रूप में हमारे बीच होगी जो स्वयं गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में विश्व रिकॉर्ड बन जाएगा क्योंकि यह विश्व रिकॉर्ड बनने के अंतिम चरण की ओर अग्रसर है। इसमें देश-विदेश के प्रतिष्ठित साहित्यकार, शिक्षाविद आदि सम्मिलित है जिनमें कपिल कुमार (बेल्जियम), डॉ रमा (जापान), डॉ सीमा भांति (अमेरिका), शालिनी वर्मा दोहा (जर्मनी) आदि शामिल है। इसके अतिरिक्त इसरोISRO की वरिष्ठ वैज्ञानिक और चंद्रशेखर शर्मा जो मोतीलाल नेहरू विद्यालय ऑफ स्पोर्ट्स जो कि राई में स्पोर्ट्स कोच है आदि शामिल है। संस्था के सहयोगी के रुप में स्पोर्ट्स अकैडमी एसोसिएशन ऑफ इंडिया SPAA , एस.पी.ए.ए भारत सरकार के एमएचआरडी द्वारा मान्यता प्राप्त यह एक ऐसी संस्था है जो विभिन्न प्रकार के खेलों में जैसे कबड्डी, बैडमिंटन ,कुश्ती में स्नातक, स्नातकोत्तर मैनेजमेंट इत्यादि से संबंधित कोर्स करवाती है, शामिल है। तथा इसी के साथ इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स आर्गेनाईजेशन IHRO ने भी पहल दिखाते हुए डॉ विदुषी शर्मा जी के साथ सहयोग कर रही हैक्योंकि वे दिल्ली IHRO की दिल्ली स्टेट की जनरल सेक्रेटरी हैं। श्रीमती संजू पाठक को इस सफलता पर उनके साथी शिक्षकों, , परिजनों,शुभचिंतकों ने शुभकामनाएं प्रदान की।