शिक्षक कलम पकड़ने का ढंग सिखाने से लेकर कैरियर चुनने तक की भूमिका निभाता है : अशोक लव
शिक्षक कलम पकड़ने का ढंग सिखाने से लेकर कैरियर चुनने तक की भूमिका निभाता है। शिक्षक की भूमिका मात्र शिक्षा प्रदान करना नहीं है, आदर्श शिक्षक विद्यार्थियों में संस्कार डालता है और राष्ट्र को सुसंकृत करता है। ऐसे में शिक्षकों को सम्मानित करना, स्वयं सम्मानित होना है। उक्त बातें सर्व भाषा ट्रस्ट के अध्यक्ष, वरिष्ठ साहित्यकार व शिक्षाविद अशोक लव ने शिक्षक-दिवस के महत्व को बताते हुए कहा कि शिक्षक शिक्षक कलम पकड़ने का ढंग सिखाने से लेकर कैरियर चुनने तक की भूमिका निभाता है। शिक्षक की भूमिका मात्र शिक्षा प्रदान करना नहीं है, आदर्श शिक्षक विद्यार्थियों में संस्कार डालता है और राष्ट्र को सुसंकृत करता है। ऐसे में शिक्षकों को सम्मानित करना, स्वयं सम्मानित होना है। ऐसे में शिक्षकों को सम्मानित करना, स्वयं को सम्मानित करना है। ज्ञातव्य हो कि शिक्षक दिवस के अवसर पर देश के 108 शिक्षक 'सर्व भाषा ट्रस्ट राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान' से सम्मानित किये गए। सम्मान समारोह ऑनलाइन हो रहा था। सर्व भाषा ट्रस्ट के समन्वयक केशव मोहन पाण्डेय ने कहा कि कोविड-19 से पैदा हुए संकट ने शिक्षा का पूरा परिदृश्य ही बदल दिया है। इसके कारण देश में डिजिटल शिक्षा का चलन तेजी से बढ़ा है। शिक्षण प्रक्रिया में तकनीक और प्रौद्योगिकियों का भी प्रयोग हो रहा है। आज शिक्षक को शिक्षक बने रहने के लिए सीखने की प्रक्रिया जारी रखनी है। सर्व भाषा ट्रस्ट द्वारा समाज, देश के इन भविष्य-निर्माताओं को सम्मानित करने की योजना पिछले साल भी बनाई गई थी, मगर इस बार तो अति आवश्यक था।शिक्षिका सुश्री श्वेता ने उक्त अवसर पर रूप और गुण पर आधारित सर्वपल्ली राधा कृष्णन से जुड़ी कहानी सुनाई। तत्पश्चात ट्रस्ट द्वारा सभी सम्मानित शिक्षकों को 'सर्व भाषा ट्रस्ट राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान' का सम्मान-पत्र दिया गया। कार्यक्रम के अंत में सुश्री श्वेता ने सभी सम्मानित शिक्षकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।