हमारे देश में बेटियो को लक्ष्मी कहा जाता हैं। जिस घर मे बेटी पैदा होती हैं वह पिता बहुत ही खुश नसीब होता हैं। बेटिया अपने पापा की लाडली होती है। वह अपने घर की राजकुमारी होती हैं। जिस घर में बेटिया के पग पड़ते हैं। वह आँगन खिल खिला उठता हैं। उसके छोटे छोटे कदमो की आहट माता - पिता के मन को हर्षित कर देती हैं। बेटी अपने पिता का गुरुर होती हैं हर पिता अपनी बेटी पर गर्व करता हैं। बेटी अपने पिता के सम्मान की रक्षा सदैव करती हैं बेटी के घर से जाते ही घर की सारी रौनक माता पिता की मुस्कुराहट सभी चीजे अपबे साथ समेट कर ले जाती जाती हैं।बेटी से ही घर रोशान होता हैं। बेटियो की हसी सुनकर माता पिता के चेहरे की रौनक बढ़ती हैं। पिता के हर सुख दुःख में साथ होती हैं। बेटी अपने घर की मर्यादा को देखती हैं बेटी अपने माता पिता की अभिमान होती हैं। बेटी अपने भाइयो की जान होती हैं।
अर्पणा दुबे
अनूपपुर मध्यप्रदेश।