योग भी हो जीवन में

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (२१ जून) पर विशेष



स्वस्थ,मस्त रहने को, योग भी हो जीवन में।
ताजगी और स्फूर्ति,बनी रहेगी तन मन में।।


यम,नियम,आसन, प्राणायाम,प्रत्याहार।
धारणा,ध्यान,समाधि,का भी करिए प्रचार।
ये हैं अष्टांग योग, अपनाओ इसे जीवन में।


प्रचलन में आसन,प्राणायाम,ध्यान है
आठ अंग वाला योग जीवन विज्ञान है
इनको अपनाओ और  जीते  रहो यौवन में। 


श्वांसो पर नियंत्रण से लंबी होती आयु
प्राणायाम  कर पाते योगीजन प्राणवायु
रोगमुक्त रहे शरीर , हो विस्तार जन जन में।


विश्व सारा मान रहा, योग के महत्व को
इससे पा सकता मनुष्य भी देवत्त्व को
अलौकिक आनंद अनुभव हो जाता है मन में।


डॉ.अनिल शर्मा 'अनिल'
धामपुर, उत्तर प्रदेश


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