खेतों के पास जाने में भी डरते है किसान
दि ग्राम टुडे विकाश शुक्ल
सिंगाही-खीरी। किसानों को अभी तक तो केवल घरेलू पालतू छोड़े गए पशुओं से खेत की रखवाली करनी पड़ती थी, जिसमे उन्हें जान जाने का जोखिम नही रहता था,और बे हिजक खेत में रात दिन आया जाया करते थे। किन्तु जंगली जानवरों के आने से किसान की फसल तो बर्बाद हो ही रही है, साथ ही साथ जान जाने का भी जोखिम बढ़ गया है।
बताते चले जंगल से निकले गजराज ने सिंगाही थाना क्षेत्र में स्थित झाला ईदगाह के पश्चिम में उत्पात मचाते हुए एक छप्पर गिरा दिया और किसान ऐनुद्दीन व कमरुद्दीन के खेत मे खड़ी सब्जी की फसल व गन्ने की फसल को रौंदते हुए निकल गए। किसान ऐनुद्दीन व कमरुद्दीन के खेत से कुछ ही दूरी पर आम की बाग की रखवाली कर रहे रजीउल्लाह खान व पास पडोस में मौजूद अन्य किसान जो आवारा पशुओं से अपनी फसल की रखवाली हेतु खेतों के पास मौजूद थे वो और उनकी फसल गजराज के कहर से बाल बाल बच गयी, किन्तु गजराज के इस प्रकार के कहर से किसानों को खेतों के पास जाते हुए भी डर सताने लगा है। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे वन विभाग के वन दरोगा मुशीर खान , फारेस्ट गार्ड आर के सिंह सहित अन्य वन कर्मी मौके पर पहुंच कर किसानों की गजराज द्वारा बर्बाद की गयी फसल को देख उन्हें आस्वस्त किया कि उन्हें वन विभाग का पूर्ण सहयोग मिलेगा और कोशिश की जाएगी कि आगे से जानवर जंगल से बाहर न निकल पाए। जिससे किसानों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।