मन में जब घबराहट होती ,
बहुत याद आते हो बापू ।
दुनिया से अकुलाहट होती,
बहुत याद आते हो बापू ।
कोई भी जब द्वारे आता ,
बहुत याद आती हो बापू ।
कौन करे स्वागत आगत का,
बहुत याद आते हो बापू ।
कितने दिन से रास्ता देखूं ,
बहुत याद आते हो बाबू ।
सूना कमरा देख मिले ना ,
बहुत याद आते हो बापू।
कौन खिलाएगा कौर गाय को,
बहुत याद आते हो बापू ।
कौन दूध का तुमसा प्रेमी ,
बहुत याद आते हो बापू ।
खुद ही सब्जी कौन उगाये ,
बहुत याद आते हो बापू ।
बगिया की हर डाल बुलाए,
बहुत याद आते हो बापू।
कौन खिलाए बासमती अब,
बहुत याद आते हो बापू ।
कौन छकाकर दूध पिलाए,
बहुत याद आते हो बापू ।
किसको कसरत करते देखूं,
बहुत याद आते हो बापू।
लिखा आपका कुछ भी देखूं,
बहुत याद आते हो बापू।
कौन कलम दाढ़ी सुधराये,
बहुत याद आते हो बापू ।
कौन कोर्ट में बटन टँकाये ,
बहुत याद आते हो बापू ।
नहीं जनेऊ धोया तब से ,
बहुत याद आते हो बापू ।
घर भर रस्ता देखे कब से,
बहुत याद आते हो बापू ।
बिंटू को अब कौन घुमाये ,
बहुत याद आते हो बापू।
रोती अम्मा कौन चुपाये ,
बहुत याद आते हो बापू।
सुषमा दीक्षित शुक्ला
बहुत याद आते हो बापू