चलौ,नयना मिलाय लेई ,हम तुम सजन-2
ड्वालै पुरवइया,झूमै यहु मन
चलौ----
रुनकि -झुनकि बरखा रितु आयी,
धरती मइया फिर ते नहायी ,गरजै
बदरा,चमकै बिजुरिया,कांपै जियरा ,
कांपै गगन,
चलौ--
दादुर ,मोर पपीहा ,ब्वालै, झींगुर
द्याखौ चाचर ,थ्वालै,टप टप बूदैं
गांवै गाना,नाचि रहीं हैं उई झमाझम,
चलौ---
चहूं दिशन मा गूजैं करतल,नदिन
अउ नालन मा भरि गा जल,डारिया
निखरि निखरि के बुलावैं,कलियां
मंद मंद मुसकावैं,नाचैं मयूरा होइके
मंलग,
चलौ----
भीगि भीगि के संखियां नाचैं ,ऐइसी
भागैं ,वइसी भागै,परि गे है अमवा मा
झूले ,हमहूं तुमहूं पेंग बढाई , चुनरि
लैइकै उड़ि गै पवन ,
चलौ-----
संतोषी दीछित
कानपुर