सुन तेरी वो
भोली सी प्यारी सी मुस्कान
मुझको अनवरत देखती हुई
बड़ी बड़ी गोल निश्चल आंखें
और मुख पर जुन्हाई सी हँसी
मुझे जिंदगी से शिकायत
नहीं करने देती
और मेरा सारा दर्द सोखकर
तेरे सुनहरे भविष्य के लिए सहज हो
तेरे साथ बीते हर लम्हें को
जो मेरी हर सांस में अटका है
जिसके बिन अधूरापन लगता है
पर जी लेती हूं
तेरे बिना
वो क्या है ना
तेरी याद है जो
बेधड़क आकर
मुझे खामोश कर देती है
और बस मेरे लिए
एक लंबा इंतजार
सुनने को बेकरार
तेरी आहट
इंतजार...इंतजार
रेनू शब्दमुखर