हम औरतें दहलीज़ पार करती हैं
तब
वापस जाने के रास्ते बंद हो जाते हैं..खुद-ब-खुद
इसलिए
हम औरतें डरती हैं
दहलीज़ पार करने से
क्यूँकि हम जानती हैं
कि जिस दुनिया में
अपनों का विश्वास नहीं किया जा सकता
उस दुनिया में
बेगानों पर विश्वास कर
अपना ठिकाना गँवाना
सिर्फ और सिर्फ
मूर्खता के सिवा कुछ ना होगा
चाहे राधा से पूछ लो
चाहे मीरा से
किसे मिला गिरधारी???
मंदिर बने चाहे
पूजे जाएँ
मगर सत्य यही है
किसी घर को
राधा
या मीरा के जन्म की चाह नहीं
हाँ अगर हिम्मत है
खुद को
खुद पर
तो दहलीज़ पार ज़रूर करना
दो पल ही सही
अपनी ज़िंदगी
खुद के दम पर
जीकर देखना
फिर
उन लम्हों के दम पर
पूरी ज़िंदगी दाँव पर लगाकर जी लेना
मगर याद रखना
अपना जनाज़ा तक खुद उठाने की हिम्मत हो
तभी दहलीज़ पार करना
©® #Meera_Krishna