होली



फाटेला फुटेहरी जइसे अगिया में तं के 

हमार फाटेला करेजा तइसे फागुन में धंधंके 

 

चढ़ते फगुनवा चलता बरजोरी 

केहू लगावत बउए केहू के रोरी 

गदा गदराइल बा मोजराइल मोजर महके, 

हमार.... फाटेला...। 

 

केहू हार आवता आ केहू के टीका 

छूँछ के संसार में हम अइसे रहीं का 

छुअता बेयार हमार अँचरी लपक के, 

हमार.... फाटेला....। 

 

कटहर के चीरते लाग जाला लासा 

लासा जगावे लागे मनवा में आसा 

तरे गुदगुदी होला होला जाला चुपे डँस के, 

हमार....  फाटेला....। 

 

बुझता बात से ऊ धर लेत बा गाड़ी 

ले ले आवत बा ऊ नया नया साड़ी 

तोहार फुटेहरी धइले बानी घी घँस के, 

हमार.... फाटेला.... ।

 

विद्या शंकर विद्यार्थी 


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