* कवि भी एक वैज्ञानिक है उनके अंतर्मन में रचनाएं तरंगित होती हैं
सरगुजा।मानव कल्याण एवं सामाजिक विकास संगठन के द्वारा संचालित साहित्यिक एवं सांस्कृतिक उत्थान मंच के तत्वाधान में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ एस के श्रीवास्तव सर , श्री अरुण कुमार मिश्रा जी , श्रीमती रानी मिश्रा जी, श्री राजेंद्र रंजन गायकवाड , जी श्री संतोष दास जी , श्री सुधीर पाठक जी एवं वरिष्ठ साहित्यकार श्री राम प्यारे रसिक जी भी मौजूद रहे मौजूद रहे इस ।
आयोजन में जिले के जाने-माने साहित्यकाराें और रचनाकाराें ने अपनी स्वरचित रचनाओं का पाठ किया ।
इस आयोजन का प्रारंभ मुख्य अतिथियाें द्वारा मां सरस्वती की पूजन और सरस्वती वंदना के साथ किया गया । संबोधन के क्रम में संगठन के संस्थापक अध्यक्ष श्री उमेश कुमार पांडे जी के द्वारा स्वागत भाषण एवं संगठनात्मक लक्ष्यों की जानकारी दी गई।इसी अनुक्रम में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक उत्थान मंच के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती आशा पांडे जी के द्वारा इस मंच की कार्यकारिणी की जानकारी , कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य व कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की । इस आयोजन की मुख्य संयोजिका जिसके माध्यम से किया आयोजन संपन्न हुआ श्रीमती पूनम दुबे जी ने संगठनात्मक कार्यों के प्रति सामाजिक सोच होना बताया और इस मंच के माध्यम से सतत प्रक्रिया साहित्यिक उत्थान हेतु चलती रहे इस ओर ध्यानाकर्षण किया । आदरणीय श्रीमती रानी मिश्रा जी के द्वारा नारी सशक्तिकरण विषय पर इस मंच के माध्यम से यह जानकारी दी गई कि महिलाओं को हमेशा ही समाज में सर्वोत्तम स्थान पर रखना चाहिए वह न्याय, त्याग , बलिदान और कर्तव्य के लिए प्रेरणा बनी हुई है । आदरणीय श्री राजेंद्र रंजन गायकवाड जी के द्वारा अपने संबोधन में इस मंच के माध्यम से किए गए सामाजिक प्रयास को सर्वोत्तम कार्य बताया साथ ही उन्होंने समाज में किया जाने वाला यह कार्य सर्वोत्तम है जिसमें समाज के लोगों को लेकर उनके उत्थान को उनके प्रोत्साहन को लक्ष्य मानकर किया जाने वाला कार्य सराहनीय है ।आदरणीय श्री अरुण मिश्र जी के द्वारा अपने संबोधन में यह बताया कि सरगुजा में विभिन्न जनजातियों के द्वारा प्राचीन भाषाओं का उपयोग किया जाता है , साथ में उन्होंने इस मंच के माध्यम से और भी आयोजन करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को शामिल करने के लिए और उनमें प्रतिभाओं को तलाशने के लिए संगठन के समक्ष प्रस्ताव प्रस्तुत किया साहित्यिक एवं सांस्कृतिक उत्थान मंच के प्रदेश संरक्षक आदरणीय संतोष दास जी के द्वारा संगठन के उद्देश्यों को समाज के लिए समर्पित होना बताया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि रहे डॉक्टर एस के श्रीवास्तव सर जी के द्वारा इस आयोजन को एक सराहनीय पहल बताया साथ ही साथ उन्होंने पुराणों में, वेदों में , प्राचीन इतिहास के हल पलों में समाज के उत्थान में कवि के योगदान के बारे में जानकारी दी साथ ही साथ एक कवि भी एक वैज्ञानिक होता है जिसके अंतर मन में सदैव ही रचनाएं तरंगों के रूप में बहती रहती हैं ।
नारी सशक्तिकरण विषय पर नारी सशक्तिकरण मंच की प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती अनुपम सिन्हा जी के द्वारा समाज में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत यह बताया कि समाज में महिलाओं को उच्च स्थान का दर्जा प्राप्त है इन्हें कहीं देवी कहीं मां और कहीं बहन के रूप में और कहीं गृह लक्ष्मी के रूप में सम्मानित किया जाता है सभी धर्मों में इनके सम्मान एवं योगदान की और त्याग की उल्लेख की गई है फिर भी वर्तमान युग में इनकी खोल अपेक्षा इनके प्रति अपराध व हितकार्य हमारी समाज को बदनाम कर रही है ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देने का प्रावधान हूं और उन्हें दिया जाए । इसी अनुक्रम में श्री सिंह अरविंद जी के द्वारा नारी सशक्तिकरण विषय पर कहा गया की समाज में इनकी घोर उपेक्षा और इन पर अत्याचार होना बहुत ही कायरता पूर्वक कार्य है यह घृणित अपराध । इस आयोजन की अध्यक्षता डॉ सुधीर पाठक जी के द्वारा की गई जिन्होंने इस आयोजन के माध्यम से प्रतिभा प्रतिभा वालों को प्रोत्साहन हेतु किए गए प्रयास की सराहना की इस मंच के माध्यम से और भी आयोजन किए जाएं इस ओर सबका ध्यान आकर्षण किया इसके साथ ही सभी रचनाओं के प्रस्तुतीकरण को समाज के लिए प्रेरक होना बताया ।
इस आयोजन में शहर के जाने-माने साहित्यकार जिनमें हास्य व्यंगकार आदरणीय श्री विनोद तिवारी जी, श्री अंचल सिन्हा जी , श्री राज नारायण द्विवेदी जी , श्रीमती सीमा तिवारी जी , श्री राजेंद्र प्रसाद विश्वकर्मा जी , श्री दिग्विजय सिंह तोमर जी , श्री प्रताप पांडे जी , श्रीमती एकता जी , श्रीमती गीता द्विवेदी जी श्रीमती राजलक्ष्मी पांडे जी, श्री यादव विकास जी , श्री राजेंद्र जैन जी , श्रीमती अर्चना पाठक जी , मीना वर्मा जी , श्रीमती पूर्णिमा पटेल जी के साथ अन्य साहित्यकार भी मौजूद रहे । इस अवसर पर संगठन के प्रबंधन समिति के श्री अनुराग पांडे जी श्री वनवासी यादव जी श्री राकेश उपाध्याय जी मौजूद रहे इस कार्यक्रम के माध्यम से अंत में सभी प्रबुद्ध वर्गों को साहित्यकारों को एवं मुख्य अतिथियों को इस संगठन में इस कार्यक्रम में सहभागिता हेतु मुख्य अतिथियों के माध्यम से प्रमाण पत्र का वितरण किया गया ।
यह आयोजन साहित्यिक मंच की प्रदेश उप संयोजक श्रीमती पूनम दुबे के सौजन्य एवं सहयोग से संपन्न हुआ इस साथ ही इस अवसर पर पूनम जी द्वारा स्वरचित पुस्तिका *पंखुड़ियां * का विमोचन आमंत्रित मुख्य अतिथियों के माध्यम से किया गया एवं उनकी एक प्रति भी सौजन्य भेंट के रूप में प्रदान की गई .
आयोजन की सफल संचालन श्रीमती सीमा तिवारी आैर श्री राज नारायण दिवेदी जी के मार्गदर्शन में संपन्न
कार्यक्रम के अंत में इस मंच की प्रदेश सचिव श्रीमती मंशा शुक्ला जी के द्वारा आए हुए अतिथियों के प्रति उनके सम्मान में आभार व्यक्त कर किया गया साथ ही विगत दिनों में किए गए अत्याचार पर इस मंच के माध्यम से २ मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि प्रस्तुत की गई ।