धन्यवाद जी ।
ये सलोकता
इस उम्र में आप
जैसे बुजुर्ग सज्जन
रचनाकार दे रहे है
इसलिए आपका
हृदयतलसे आभारी हूँ । स्नेह सद्भाव मैत्री बढ़ाना ये वर्तमान की मांग है । आप ये कार्य निष्काम वृत्तिसे कर रहे है इसलिए आपको अभिवादन
और शुभ कामनाएं ।
आपका स्नेहांकित
दिवाकर