भोजपुरी ग़ज़ल


 


 


बाति के मीठ माहुर पिआवल


याद बा तोर छनछन मुआवल


भेंट दिहनीं निकालल करेजा
आगि में ऊ करेजा जरावल


हम त भाई समझि के धधइनीं
तू भुलइलS ना छुरा चलावल


आगि में झोंकि दिहलS ई जिनिगी
आ भुला गइलS पानी गिरावल


साँस टूटल, सनेह सकुचाला
आस के फूल माँटी मिलावल


कौल कइलS छवावे के मड़ई
आ कि मड़ई लहास लहसावल


तीर छाती प जेतना लगल बा
सगरे तहरे त हवे चलावल


हीत हउअ रहS बनि के मीठे
छोड़ि दS अब तू लहरा लगावल


संगीत सुभाष,
गाँव+ पोस्ट- मुसहरी,
जिला- गोपालगंज, बिहार।
पिन- 841426


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