भागि के बियाह घर से,
करऽ जनी बेटिया।
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माई लेखा प्रित कहाँ,
पइबू धरतिया पर।२
नव माह धारे कोखी,
जइसे सिप मोतिया।२
भागि के बियाह घर से,
करऽ जनी बेटिया।।
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बाबू लेखा हित कहाँ,
पइबू जिनिगिया में।२
अंगुरी धरा के डेगे,
डेग चले नेहिया।२
भागि के बियाह घर से,
करऽ जनी बेटिया।।
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भाई जइसन मीत कहाँ,
सउँसी उमिरिया में। २
कहाँ पइबु रखीया के,
सुन्दरऽ सनेहिया।२
भागि के बियाह घर से,
करऽ जनी बेटिया।।
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दीदी जइसन चित कहाँ,
पढ़िहें संघतिया जे।
हियरा के बात जानी,
हरीहें दरदीया।
भागि के बियाह घर से,
करऽ जनी बेटिया।।
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टोला टापी हँसि खुबे,
गउंआ जवरवा से,
आभी-गाभी मारी सभे,
हँसी गांव गोतिया।
भागि के बियाह घर से,
करऽ जनी बेटिया।।
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अँखीया से 'नीर' बही,
जीयरा क्लेश जरी।
फसरी लगाई मुई
जीयते इजतीया।
भागि के बियाह घर से,
करऽ जनी बेटिया।।
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निर्भय नीर